ज्यादातर सभी लोग शनिदेव के बुरे प्रभाव से डरते हैं, जिसके लिए वह इनकी पूजा अर्चना करके इनकी कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, ऐसे बहुत से भक्त है जो शनिवार के दिन इनको प्रसन्न करने के लिए हर संभव कोशिश में लगे रहते हैं, ऐसा बताया जाता है कि अगर एक बार शनिदेव किसी पर मेहरबान हो जाए तो उस व्यक्ति के जीवन में चमत्कारिक लाभ प्राप्त मिलते हैं, उस व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां दूर होती है, परंतु इनका गुस्सा बहुत ही खराब माना गया है.
अगर यह किसी व्यक्ति से नाराज हो जाए तो उसका जीवन परेशानियों में व्यतीत होता है अगर आप भी शनिदेव की पूजा अर्चना करते हैं तो आपको इनकी पूजा पाठ में विशेष बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है।
शनिवार के दिन शनिदेव को तेल अर्पित किया जाता है ऐसा कहा जाता है कि तेल अर्पित करने से शनि देव का ध्यान अपने भक्तों की तरफ आकर्षित होता है, अगर आप भी शनिवार के दिन तेल अर्पित करते हैं तो शनिदेव को तेल अर्पित करने के पश्चात कुछ नियमों का पालन करना बहुत ही जरूरी है, अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो शनिदेव आपसे ना’राज होंगे, जिसका आपको बुरा परि’णाम झेल’ना पड़ेगा, इन बातों पर ध्यान ना देने की वजह से आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती का भी प्रभाव हो सकता है इसलिए आप इन नियमों का सख्ती से पालन कीजिए।
शनि की साढ़ेसाती से बचने के लिए इन कामों से रहे दूर
मां साहारी भोजन से रहे दूर
अगर आप शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करते हैं तो उसके पश्चात आप किसी भी प्रकार का मां साहारी भोजन का सेवन मत कीजिए, अगर आप मां साहारी भोजन का सेवन करते हैं तो इससे शनिदेव आपसे नाराज होंगे और आपके जीवन में कुछ ना कुछ बुरा अवश्य हो सकता है।
पशुओं को ना पहुंचाएं नु’कसान
शनि महाराज को पशुओं से बहुत प्रेम है, अगर आप शनि देव की आराधना करते हैं तो उसके पश्चात आप किसी भी जानवर को परेशान मत कीजिए और ना ही उनको किसी प्रकार का नुकसान पहुचायें क्योंकि इससे शनि देव क्रो-धित होते हैं, जिसके कारण है आपके जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।